ओँ कारं विन्दुसंयुक्तं नित्यं ध्यायन्ति योगिनः । कामदं मोक्षदञ्चै व ‘ओँ’-काराय नमो नमः ॥ १ ॥ ওঁ কারং বিন্দুসংযুক্তং [...]
স্তোত্রম্
শ্রী শিব চালীসা হচ্ছে পরমেশ্বর ভগবান শিবের প্রতি নিবেদিত চল্লিশটি শ্লোকের সমন্বয়ে কবি অযোধ্যাদাস রচিত একটি স্তোত্রম্ । যেখানে [...]
वशिष्ठ उवाच। विश्वेश्वराय नरकार्णव तारणाय कर्णामृताय शशिशेखरधारणाय । कर्पूरकान्तिधवलाय जटाधराय दारिद्र्य दुःखदहनाय नमः शिवाय ॥ १ ॥ বশিষ্ঠ উবাচ। [...]